संस्मरण

जिउतिया व्रत

गत रात से ही माँ ‘जिउतिया व्रत’ रखी हैं, जो 36 घण्टे तक के लिए निर्जला उपवास में रह रही हैं यानी सिर्फ ‘हवा’ खा-पीकर ही !
गल्प आख्यान है, यह पर्व विवाहित महिला-व्रती अपने-अपने संतानों की सुख-समृद्धि के लिए करती हैं! मैं ‘माँ’ की ज्येष्ठ संतान हूँ, किन्तु अबतक न तो आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक रूप से सुखी ही हूँ, न ही समृद्ध।

बाल्यावस्था में ही जब मुझे इन सब बातों को लेकर थोड़ी-सी समझ आई, तो अक्सर ही माँ से पूछ बैठता- ‘तुम खाती नहीं हो यानी दिन-रात उपवास रहती हो । तुम नहा-धोकर स्वच्छ रहती हो यानी सबकुछ तुम ही  करती हो, तो मैं कैसे सुख-समृद्ध और स्वस्थ रह पाऊँगा ?’

उत्तर में माँ सिर्फ़ यही कहती थी, जो अब भी कहती है- ‘चुप रहो, ऐसा नहीं कहते ! सोचते भी नहीं!’ मैं इसबार भी चुप रह गया हूँ, किन्तु सोचना बंद नहीं किया है । इस व्रत के लिए प्रचलित सभी गल्प आख्यान व्यवस्थित नहीं है, इसलिए इनकी कोई ऐतिहासिक कथा को मैं  समझ नहीं पा रहा हूँ।

बंधू! मैंने विज्ञान पढ़ा है, इसलिए तर्क स्थापित कर रहा हूँ । अगर आस्तिकता से मैं IAS बन जाऊँ, तो नास्तिकता की तरफ रत्तीभर भी काहे को ध्यान दूँगा!

यह आप भी जानते हैं, परीक्षा निकालने के लिए अध्ययन करना पड़ता है । अगर हम नहीं पढ़ें, तो श्रद्धा, विश्वास, आशीर्वाद और पूजा-पाठ मिलकर भी परीक्षोत्तीर्ण नहीं करा सकता है! चलिए, ‘कर्म’ ही पूजा है और इस पूजा को मानता हूँ!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.