कविता

धनतेरस पर

धनतेरस पर कुबेर जी का
जन जन पूजन करिये,
धन,धान्य से सभी अपना
भंडार भरिए।
बस इतनी विनती है आपसे
दीन, हीन,असहायों के लिए भी
थोड़ी सी विनती करिए,
किसी की झोली कुबेर की कृपा से
न रहने पाये खाली,
हर कोई मना सके
खुशियों भरी दीवाली,
सच मानिए तभी होगी सार्थक
दीपों वाली दीवाली।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921