क्षणिका

22 दिसंबर यानी बड़ी रात

किसी से बात क्या किए कि

गाँव में एक पंचलाइन

सैर कर जाएगी-

‘दिन में भैया,

रात में सैंया’

और कहेंगे कि

ये ‘रबर’वाले भैया हैं ?

कितने घिनौने विचार होते हैं

ऐसे लोगों के !

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ट्रक में जहाँ जूता टँगी रहती है,

लिखी होती-

‘बुरी नज़रवाले तेरा मुँह काला’,

किंतु अगर जिनके मुँह

पहले से ही काले हो तो !

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कोई ‘महिला’

अगर ‘देवर’ को ‘भैया’ कहे

और कोई ‘पुरुष’

अगर ‘साली’ को ‘बहन’ माने

तो यह दोनों बातें

दाल की काली ‘होनी’ बताती है ?

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आज बिजली है रूठी

और रात है बड़ी (22 दिसंबर)

है न दिलचस्प रात्रि,

शुभ रात्रि !

कुछ मित्र की बीवी दिलदार हैं,

वो कब काम आएंगी ?

हा-हा-हा

पुनश्च शुभ रात्रि !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.