कविता

खून की मांग

“खून मांग “कर आजादी के,
 सपने को साकार किया ।
सुभाषचंद्र बोस ने आज़ाद,
भारत का निर्माण किया।।
 “खून मांग “कर आजादी के,
 सपने को साकार किया।
 कौन …..भूला पाएगा ।
मातृभूमि के सपूत ने …जो किया।
 होकर खड़े अकेले
“आजाद हिंद “
सेना को साकार किया।।
“खून मांग “कर आजादी के,
सपने को साकार किया।
भीख में नहीं मिलती आजादी।
जीवन देकर यह आह्वान किया।।
अपने खून के कतरे -कतरे को ,
आज़ाद भारत के नाम किया।।
— प्रीति शर्मा “असीम “

प्रीति शर्मा असीम

नालागढ़ ,हिमाचल प्रदेश Email- aditichinu80@gmail.com