कविता

मैं कलमकार हूँ

कोई भी संस्कृति
एक लंबे समय तक
अक्षुण्ण नहीं रह सकती !
अगर रह गयी,
तो उनमें न चाहकर भी
विसंगतियाँ
आने लग जायेगी !
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मैं कलमकार हूँ,
जिस दिन ना लिखूँ,
उसदिन मैं भोजन नहीं करता !
कलम-स्याही की
नित्य आराधना करता हूँ,
कि कर्म ही पूजा है
सादर नमन !
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इंदिरा शहादत दिवस
‘लौह पुरुष’ के साथ-साथ
‘लौह महिला’ को भी
हम याद रखें,
लाहौर तक विजय
कोई आसाँ नहीं !
सादर नमन !
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बर्थडे के दिन
किसी के घर
निधन होने पर
उसदिन कभी
बर्थडे नहीं मना पाते वो!
यहाँ पीएम की हत्या हुई
और डिप्टी पीएम के बर्थडे
मनाए जा रहे !
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विशुद्ध प्रकृति पूजा है
‘छठ’
संसार में सबसे वृहद
निर्जलोपवास लोकपर्व
सादर नमन !
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यह शायद
इस पोस्ट का
उत्तर नहीं !
एकबार
देख लीजिए !
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अगर ‘पटेल’ काका
जीवित रहते,
तो वे
अपने बर्थडे के दिन हुई
‘इंदु’ बेटी की हत्या के दिन
यानी शहादत दिवस
तो अपना जन्मदिवस
मनाते ही नहीं !
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संसार के संभवत:
एकमात्र पूजा-व्रत,
जिनमें कोई
कर्मकांडी पुरोहित
नहीं होते हैं !
सबसे सुंदरतम
शाकाहार प्रकृति-पर्व को
सादर नमन !
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प्यार तो
अब भी तुमसे है,
आँखों के कोने में
आँसू लिये !
कि अब तो हो गया हूँ
पैंतालीस पार,
और दिलजले के
बुझे हैं दीये!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.