कविता

मास्क वाली होली

मास्क पहन के खलेंगे हम सब होली।
बुरा न मानो कोरोना वायरस की बोली।।

पिचकारी की जगह सेनेटाइजर चलाएंगे।
सूखे रंग गुलालो से होली हम सब मनाएंगे।।

दोस्त यारो से इस होली मिल नही पायंगे।
मिल जाये धोखे से तो गले नही लगाएंगे।।

फीका फीका रहेगा होली का आयोजन।
नही खा सकेंगे दोस्त घर जा के भोजन।।

त्योहार पर कोरोना वायरस भारी रहेगा।
मास्क सेनेटाइजर से खेल भी जारी रहेगा।।

— सोमेश देवांगन

सोमेश देवांगन

गोपीबन्द पारा पंडरिया जिला-कबीरधाम (छ.ग.) मो.न.-8962593570