उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश की ओर
उत्तर प्रदेश की वर्तमान योगी सरकार अपने सफलता के चार वर्ष पूरी कर रही है। वर्तमान सरकार ने विकास के साथ ही स्वाभिमान, समता, संस्कृति, सभ्यता के लिए भी सराहनीय कार्य किये हैं। देखा जाए तो योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश में बहुत बड़ा सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। सरकार ने सामाजिक सद्भाव, समरसता, पर्यावरण, आध्यात्मिक क्षेत्रों में प्रसंसनीय कार्य किये हैं। विकास के संदर्भ में बात करें तो जहां दर्जनों मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय, राजमार्ग का निर्माण करवाया जो अभी तक नही थे। एक उधोग एक जिला के अंतर्गत स्वावलम्बन की दिशा में बड़ा कदम व रोजगार सृजन में भी काम किया। वहीं दूसरी ओर विधुत आज प्रदेश के सभी गांवों में उपलब्ध है। पर्यटन के क्षेत्र में भी बहुत ही अहम कार्य किये हैं जिससे समाज का मनोबल बढ़ा है और स्वाभिमान का जागरण हुआ है। एन्टीरोमियो स्क्वाट, नारी सुरक्षा के लिये अहम कदम है जो आज तक किसी सरकार ने नही किया। किसानों के हित में भी बहुत सारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है जिससे उन्हें लाभ भी हो रहा है। उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान करने वालों के खिलाफ अध्यादेश लागू कर उनकी संपत्तियों को कुर्क कर नुकसान की भरपाई की गई। पहले के समय में दंगों में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जाता था। लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना आम बात हो चुकी थी मगर उत्तर प्रदेश में अध्यादेश लाकर इस पर नियंत्रण किया गया। राज्य में क़ानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नर व्यवस्था लागू की गई। जघन्य अपराध, महिला अपराध, एससी-एसटी के विरुद्ध अपराध के मामलों में कड़ी कार्रवाई की गई। कई मामले में एनएसए लगाया गया। माफियाओं की अवैध संपति संपत्ति जब्त की गई। महिलाओं के लिए मिशन शक्ति कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कोरोना का संक्रमण जब शुरू हुआ तब उत्तर प्रदेश में सेनेटाइजर नहीं था। पीपीई किट नहीं थी। मास्क नहीं था। तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी को भी नियंत्रित करना था। अन्य राज्यों से आये 40 लाख प्रवासी कामगारों को भी रोजगार देने की चुनौती थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) को गति प्रदान की। कोरना काल खंड में ही एमएसएमई सेक्टर के माध्यम से सबसे अधिक रोजगार देने के मामले में उत्तर प्रदेश, देश के शीर्ष पांच राज्यों में स्थान बना चुका है।
बीते करीब चार वर्षों में 1 लाख 88 हजार करोड़ रुपए का निवेश उत्तर प्रदेश में आया है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में करीब 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है। यूपी में अलग-अलग सेक्टरों के लिए निवेश फ्रेंडली नीतियां बनाई गईं। ऋणमाफी योजना के अंतर्गत किसानों का ऋण माफ़ किया गया। जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण किया गया। पूर्वांचल, बुंदेलखंड, गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए श्री अयोध्या जी, काशी, मथुरा, नैमिषारण्य, देवीपाटन आदि धार्मिक स्थलों को आधुनिक तकनीक से विकसित किया जा रहा है जिससे देश ही नही अपितु सम्पूर्ण विश्व में उत्तर प्रदेश का नाम हो रहा है।
इस सब के साथ ही सरकार को कुछ अन्य आवश्यक कार्य करने की आवश्यकता है जैसे किसानों के खेत खा रहे गाय, बैल निजी विद्यालयों की मनमानी फीस पर अंकुश, सरकारी अथवा निजी विद्यालयों का एक पाठ्यक्रम, अधिकारियों की मनमानी पर रोक, अपने पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मान व बाहर दलों से आये लोगों के कार्यों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। चिकित्सा के और अच्छे प्रबंधन व ग्रामीण स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्दों को विकसित करना व आवश्यक हो तो नए भवन निर्माण कर संचालित करना। रोजगार के लिए विशेष प्रबंध व रोजगार परक शिक्षा को बढ़ावा देना। ध्वनि प्रदूषण के मद्देनजर मस्जिदों के लाउडस्पीकर पर रोक, क्षेत्रीय भाषा को बढ़ावा देना व प्राथमिक शिक्षा मातृ भाषा में हो इसका कड़ाई से पालन करवाना इत्यादि विषयो पर सरकार को ध्यान देकर सीघ्र कार्य करने की आवश्यकता है।