गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल तेरा प्यार

बारिश में छतरी, धूप में साया

तेरा प्यार हर तरह से काम आया।

बेगानो से भरी दुनिया में

एक तेरा चेहरा अपना-सा नज़र आया।

हालातों के तपिश ने खूब झुलसाया हमें

तेरा प्यार ने इस दिल पे नेह बरसाया।

कभी न भूलेंगे ये तेरा प्यार

ये प्यार जो एक बार मेरी जिंदगी आया।

मैं तेरी राधा तू मेरा श्याम

तेरा मेरा प्यार दुनिया न समझ पाया।

*विभा कुमारी 'नीरजा'

शिक्षा-हिन्दी में एम ए रुचि-पेन्टिग एवम् पाक-कला वतर्मान निवास-#४७६सेक्टर १५a नोएडा U.P