कल और कल
सीचें पानी, न करें इंतज़ार बरसात की
न करें चिंता बरसात की
बगैर करें चिंता खुशकी – ए – पंखुड़ी की
कैसे करें उम्मीद अनदेखे कल की
न करें पछतावा बीते हुए कल की।
सीचें पानी, न करें इंतज़ार बरसात की
— वत्सला सौम्या समरकोन
सीचें पानी, न करें इंतज़ार बरसात की
न करें चिंता बरसात की
बगैर करें चिंता खुशकी – ए – पंखुड़ी की
कैसे करें उम्मीद अनदेखे कल की
न करें पछतावा बीते हुए कल की।
सीचें पानी, न करें इंतज़ार बरसात की
— वत्सला सौम्या समरकोन