अन्य बाल साहित्य

इंद्रधनुष और उसके रंग

प्यारे बच्चो,
आयुष्मान-बुद्धिमान-सेवामान,
आज हम आपको इंद्रधनुष के बारे में बताने जा रहे हैं. इंद्रधनुष में सात रंग होते हैं, यह तो आप लोग जानते ही हैं. ये सात रंग हैं- बैंगनी नीला आसमानी हरा पीला नारंगी लाल
इसे आप हिंदी में सूत्र रूप में ऐसे याद रख सकते हैं- “बैनीआहपीनाला”
इसे आप अंग्रेजी में सूत्र रूप में ऐसे याद रख सकते हैं- “vibgyor”
V का अर्थ है vilot बैंगनी
I का अर्थ indigo आसमानी
B का अर्थ blue नीला
G से green हरा
Y से yellow पीला
O से orange नारंगी और
R से red यानि लाल
इन्द्रधनुष में काला रंग नहीं होता है.
इन्द्रधनुष में 7 रंगों की महत्ता-
1. बैंगनी
बैंगनी रंग का नाम एक सब्जी बैंगन के नाम पर रखा गया है. इसे अंग्रेजी में वॉयलेट कहते हैं, जो इसी नाम के फूल से रखा है. बैंगनी रंग लाल और नीले रंग के मेल से बना सुख-समृद्धि का प्रतीक है.

2. जामुनी
जामुनी रंग का नाम जामुन फल के नाम पर रखा गया है. यह बहुत ही गहरा रंग हमें विराट होने का एहसास कराता है. शाही रंगों की सूची वाला जामुनी रंग कहता है कि हमें इस बड़ी सी दुनिया में बहुत बड़ा बनना है यानी अपना नाम रोशन करना है.

3. नीला
आसमान और सागर दोनों का रंग नीला होता है. नीला रंग ठंडा रंग माना जाता है, नीला रंग हमें शांत, भरोसेमंद, वफादार और अपने जीवन में स्थिरता लाने की, किसी भी परिस्थिति में अपना नियंत्रण न खोने की और हर काम ठंडे दिमाग से करने की शिक्षा देता है.

4.हरा
हरा रंग हरियाली का प्रतीक माना जाता है. हरा रंग वसंत के आने यानी नए जीवन का सूचक होता है. हरा रंग हमें सिखाता है कि हमें अपने जीवन को रोज एक नई उमंग, उत्साह और धैर्य के साथ जीना चाहिए.

5.पीला
पीला चमकदार और सुंदर रंग है. यह सूर्य का रंग है, जो प्रतीक है जीवन और रोशनी का. यह रंग हंसमुख, स्वच्छ और उज्ज्वल है. यह स्पष्टता और जागरूकता की शिक्षा देने वाला और ऊर्जा का प्रतीक है.

6.नारंगी
नारंगी रंग सुबह-सुबह के सूरज का रंग है. जिस तरह सूरज सुबह-सुबह निकलकर हमें उजाला देता है, उसी तरह ये रंग आस और विश्वास का प्रतीक है. यह हमें सिखाता है कि अंधेरे के बाद रोशनी जरूर आती है.

7.लाल
लाल रंग रक्त का रंग है. यह वीरता, साहस और शौर्य का प्रतीक होता है. जिस तरह सबके लहू का एक ही लाल रंग होता है, उसी तरह लाल रंग सिखाता है कि हमें बिना किसी भेदभाव के सभी के साथ प्यार से रहना चाहिए.

इंद्रधनुष कैसे बनता है?
बरसात के मौसम में जब पानी की बूंदें सूर्य की किरणों पर पड़ती हैं, तब सूर्य की किरणों का विक्षेपण ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण बनता है. आसमान में शाम के समय पूर्व दिशा में और सुबह पश्चिम दिशा में, बारिश के बाद लाल, नीला, पीला, हरा, आसमानी, नीला और बैंगनी रंगों का वृत्ताकार चक्र जैसा कभी-कभी दिखाई देता है. ये ही सप्तरंगी इंद्रधनुष है.
रंगों की उत्पत्ति का सबसे प्राकृतिक स्रोत सूर्य ही है. सूर्य की किरणों में सात रंग होते हैं. मूल रूप से इंद्रधनुष के सात रंगों को ही रंगों का जनक माना जाता है.
इंद्रधनुष में सात रंग होते हैं.
सप्ताह में सात दिन होते हैं.
संगीत के सात सुर होते हैं.
आशा है इस पत्र से आपको इंद्रधनुष के बारे में बहुत-सी नई जानकारियां मिली होंगी. आप सबके ज्ञान बढ़ने की शुभकामना के साथ आपकी दादी-नानी जैसी-
लीला तिवानी

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “इंद्रधनुष और उसके रंग

  • *लीला तिवानी

    सूर्य दिखता भले ही सफेद है पर, इंद्रधनुष के सातों रंगों में उसी की झलक है,
    जीतना सभी चाहते हैं पर, जीतता वही है जिसमें जीतने की ललक है.

Comments are closed.