कविता

: दादी कहती थी

दादी कहती थी
हमारे यहां लड़कियों को
सर नहीं चढ़ाया जाता
अच्छे संस्कार सिखो
आज बेटी हो
कल के बहू बनने हैं।

दादी कहती थी
बड़े को प्रेम करो
छोटे को स्नेह करो
अपने के बराबरी
का सम्मान करो
कूल का नाम रोशन करो। ।

दादी कहती थी
कोई ऐसा काम न करो
जिससे जग हसाई हो
मा बाप का मान रखो
सबको सम्मान करो ।
बिजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी (स्नातकोत्तर छात्रा) पता -चेनारी रोहतास सासाराम बिहार।