गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

जिंदगी को बहार कर लें क्या,
और कुछ इंतज़ार कर लें क्या।
खुद पे’ इख्तियार कर लें क्या
औऱ कुछ इंतज़ार कर लें क्या।
जिंन्दगी नाम कर दिया तेरे
जान अपनी निशार कर लें क्या।
आग दामन तेरे लगाकर यूँ
खुद को’ हीं फरार कर लें क्या।
रोग ये लाइलाज – सा लेकर,
खुद को’ यूँ बिमार कर लें क्या।
दो घडी़ साथ  बिता कर तेरे
राबता दरकिनार कर लें क्या।
कर लिया जिंदगी कोई वादा
मौत से भी करार कर ले क्या।
आप के ही खयाल में डूबे
दिल को यूँ बेकरार कर लें क्या।
आजकल इश्क़ है अदाओं से
खुद को’ इश्तिहार कर लें क्या।
बोझ – सी जिंदगी हुई अब तो
चार  कांधे कहार कर लें क्या ।
नम हुई आँख भी मेरी अब तो
आँसुओं को फुहार कर लें क्या।
— सीमा शर्मा सरोज

सीमा शर्मा सरोज

आयु - 43 वर्षीय जन्मतिथि - 19 जनवरी 1972 पता - द्वारा श्री कन्हैया लाल जमशेदपुर झारखंड . शिक्षा - स्नात्तक " हिन्दी " आॅनर्स स्नात्तकोत्तर हिंदी (अपूर्ण् ) (इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से) रूचि - आर्ट (पेंटिंग ), कढा़ई ,और पढना -लिखना । लेखन की विधा - निबंध ,कविता ,ग़जल ,मुक्तक आदि। लेखन की शुरूआत - वर्ष् 1991 ई०. निबंध प्रतियोगिता में 1000/₹ का पुरस्कार चेक डा0.जा़किर हुसैन एजुकेशन फाउंडेशन कमिटी से प्राप्त । स्थानीय आकाशवाणी जमशेदपुर (All india radio ,jsr,) से प्रसारित कार्यक्रम "युववाणी " में स्वरचित काव्यपाठ एवं गोष्ठियों में काव्य रचना वाचन । प्रकाशित पुस्तक - "काव्यलोक "द्वारा साझा संगग्रह ( काव्यलोक ९१ ) जिसमें नगर के तमाम साहित्यिकारों की कृतियों संग मेरी भी तीन काव्य रचनाएँ शामिल । पत्रिकाएँ जिनमें मेरी रचनाएँ प्रकाशित हुई ----- * क्रांतिमन्यू * मेरठ से * धालभूम एक्सप्रेस* घाटशिला से * सरस्वती सुमन" * देहरादून से * निर्भिक संदेश *जमशेदपुर से * मंगलदीप * मांटूंगा मुंबई से * जनसत्ता मुंबई में परिचय । फेसबुक पर उडा़न , अल्फाज़ एवं काव्योदय के पटल पर रचनाएँ प्रकाशित