बाल कविता

भागेगा जाड़ा

सरदी जी लाए पैगाम ,
शीत ऋतु का तुम्हे सलाम।

सुबह जल्दी मत उठना तुम ,
करना देर तलक आराम।

दिन भर कम्पना जाड़े से ,
करना नाही कोई काम।

कसरत से कतराना मीत ,
फिल्म देखते गुजरे शाम।

अब स्नान की कर दो छुट्टी ,
सखे बचा जाड़े से चाम ।

पीते रह के काफी चाय ,
करना सरदी को नाकाम।

शाम बैठना पास अलाव ,
भागेगा जाड़ा गुलफाम।

आलसी कामचोर खातिर,
सरदी जी लाए पैगाम।

— महेंद्र कुमार वर्मा

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328