कुंडलिया छन्द
नेता करते हैं यहां, बस अपना उत्थान
जनता को ही देखिए, करने सब बलिदान
करने सब बलिदान, गिला मत करना कोई
चुप बस रहे जुबान, कसम जो आँखे रोई
देकर हमको कोर, चपाती सारी लेता
सूखी खाओ तुम, चुपडी खायेगा नेता
— शालिनी शर्मा
नेता करते हैं यहां, बस अपना उत्थान
जनता को ही देखिए, करने सब बलिदान
करने सब बलिदान, गिला मत करना कोई
चुप बस रहे जुबान, कसम जो आँखे रोई
देकर हमको कोर, चपाती सारी लेता
सूखी खाओ तुम, चुपडी खायेगा नेता
— शालिनी शर्मा