कविता

भारत के लाड़ले बन जाओगे

आप सबको भी अजूबा लग सकता है
पर ईमानदारी से कह रहा हूँ
अच्छा भला बैठा आंख बंद किए
चिंतन मनन कर रहा था,
किसकी खिल्ली उड़ाऊँ यही सोच रहा था।
तभी फोन की घंटी घनघनाई
उधर से बड़ी मधुर आवाज आई,
आप तो सबके मददगार हैं
तनिक मेरी भी मदद कीजिये भाई।
मैंने चौंक के पूंछा,आप कौन हैं भाई?
पहले ये तो बताइये
फिर अपनी समस्या सुनाइये
उधर से वही मधुर आवाज़ आयी
मैं राहुल गाँधी बोल रहा हूं भाई
फिलहाल तो नानी के घर से बोल रहा हूँ,
राजनीति से तंग आ कर इधर उधर डोल रहा हूं
पर जैसे जकड़ा हुआ हूँ
पार्टी के नेताओं की बात क्या कहूँ?
अम्मा भी मेरी दुविधा समझना ही नहीं चाहती हैं
सब की तरह वो भी मुझे पी एम बनते देखना चाहतीं हैं
मगर मुझे पी एम बनना ही नहीं है
सच बताऊं तो मेरे लक्षण ही इस लायक नहीं हैं।
खरगे को अध्यक्ष बनवा दिया
अपने सिर पर नया भार सा ले लिया।
पार्टी नेताओं में कोई आगे नहीं आता
जो आता है ……..ढकेल दिया जाता है
शशि थरुर को देखा होगा आपने
सपने खुद देख सब मार रहे हैं मुझको
मैं स्वतंत्र जीवन बिताना चाहता हूँ
राजनीति से आजाद होना चाहता हूँ।
एक बहन है वह भी
सबकी हां में ह़ा मिलाती है,
अगले पी एम तुम्हीं हो समझाती है,
झूठ मूठ के सपने मुझे दिखाती है
उस बेवकूफ को बहुत समझाता हूँ
पर वह बात नहीं मानती है,
चाचा का बेटा तो बावला है
उसे तो कुछ समझ ही नहीं आता है
उल्टे राह में कांटे बिछाता है
खुद तो गुमराह है ही
जनता को भी गुमराह कर रहा है
चाचा की आत्मा को भी सूकून से न रहने दे रहा है
उनके भी सपने तोड़ रहा है
नेता से ज्यादा सामाजिक कार्यकर्ता
बनकर रह गया है।
जीजा तो किसी लायक ही नहीं है
भांजे भांजियां अभी बच्चे हैं।
अब आप ही बताओ
मुझे कुछ रास्ता दिखाओ
या मेरे सलाहकार बन जाओ।
राहुल की बात सुन मैं सोच में पड़ गया,
फिर एक मिनट में ही फार्मूला बताया
अम्मा को विश्राम दे दो
पार्टी का नाम बदल लो
पार्टी संविधान में अध्यक्ष पद ही न रखो
यार इतना तो सीखो
आजीवन संयोजक पद पर बैठ जाओ।
बुजुर्ग नेताओं को पार्टी से आजाद कर दो।
गांधी नेहरु का नाम नई पार्टी में बैन कर दो
लगे हाथ जैसे भी हो शादी कर लो
श्रीमती जी को पी एम उम्मीदवार घोषित कर दो,
अपने सोये भाग्य जगा लो
प्रधानमंत्री पति होने का सौभाग्य पा जाओगे,
मुझे सलाहकार बनाओ न बनाओ
तभी मोदी और भाजपा से दो दो हाथ कर पाओगे
सबके सपने पूरे कर पाओगे
पुरखों की आत्माओं को सूकून दे पाओगे,
प्रधानमंत्री के जलवे मुफ्त में पा जाओगे
अम्मा का ढेर सारा आशीर्वाद दिन रात पाओगे
फिर पप्पू कभी नहीं कहे जाओगे,
यदि मेरे फ्री के फार्मूले पर अक्षरशः अम्ल कर पाओगे,
तब भारत के लाड़ले बन जाओगे।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921