ये दुधारी की चोट है प्यारे
जिनकी नज़रो में खोट है प्यारे
आज मौका है बता दे उनको
तेरे हाथो में वोट है प्यारे
फिर ये मौका न हाथ आएगा
आखरी बस ये चोट है प्यारे
बहुत मुश्किल इसे तुड़ा पाना
दस हज़ारी ये नोट है प्यारे
फैसला जल्द आने वाला है
यों फँसी उनकी गोट है प्यारे
बहुत मुश्किल है निकलना इससे
जिस भँवर में ये बोट है प्यारे
नाम वापस स्वयम लिया जिसने
बस वही लोट पोट है प्यारे
— डॉ. मनोज श्रीवास्तव