लघुकथा

लघुकथा – अरेंज मैरिज

रोहित की सर्विस विदेश में लग जाने के कारण  उसको अपने वतन की बहुत याद आती है| माता पिता उसकी शादी के लिए कहते है. रोहित का एक ही जवाब होता “शादी में भारत में रहने वाली लड़की से ही करूंगा वह भी अरेंज मैरिज इसे आप लोग पसंद करोगे वही मेरी भी पसंद होगी” यह सुनकर उसके माता पिता बहुत ही खुश हुए कि आज के जमाने में भी बच्चे अपने देश और माता-पिता के संस्कार  और संस्कृति को सम्मान देते हैं| रोशनी को उन्होंने रोहित के लिए पसंद किया| और रोहित के लौटने पर उसकी अरेंज मैरिज हुई| आज वह रोशनी के साथ बहुत खुश हुए.
— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश