कविता

ज्ञान का प्रकाश फैलाएँ

चलो ज्ञान  का प्रकाश  फैलाएँ
शिक्षा का  पावन  दीप जलाएँ।
इस ज्ञान  को  हम स्वयं पाकर
जनजन को प्रकाशवान बनाएँ।

शिक्षा से हमें  संस्कार  मिलती
और मिलती है  हमको  मर्यादा
श्रद्धावान भी  हमें यही बनाती
और यही बनाती जीवन सादा।

बिना शिक्षा  यह जीवन अधूरा
यह जीवन भी अन्धकारमय है
शिक्षा से ही सम्पूर्णता है आती
जीवन हो  जाता प्रकाशमय है।

शिक्षा से  सुख-शांति  है आती
और आती है जीवन में समृद्धि
यह जीवन  सुखमय बन जाता
और होती है श्री  की भी वृद्धि।

— अशोक पटेल “आशु”

*अशोक पटेल 'आशु'

व्याख्याता-हिंदी मेघा धमतरी (छ ग) M-9827874578