लघुकथा

गर्वित स्वर

“आपके कितने बच्चे हैं भाई साहब ?” एक शख्स ने ट्रेन में अपनी बगल वाली सीट पर बैठे एक दूसरे शख्स से पूछा।
“मेरी तीन लड़कियाँ हैं आदरणीय।” दूसरे शख्स के जवाब में बड़ी गजब की मुस्कान थी- ….और आपके ?”
“चार लड़के हैं मेरे।”
“क्या-क्या करते हैं ?”
“तीनों पढ़ रहे हैं। एक इंजीनियरिंग कर रहा है। दूसरा एम बी बी एस में है। तीसरे नंबर का चार्टर्ड एकाउंट की पढ़ाई कर रहा है।” चौथे… कहते-कहते मुँह बनाते हुए वे चुप हो गये।
“चौथे वाले के बारे में नहीं बताया आपने ?”
“बी ए सेंकड ईयर में है।” बताते हुए उन्हें अच्छा नहीं लगा। फिर उन्होंने और पूछ डाला- “और आपकी लड़कियाँ ?”
“मेरी तीनों लड़कियाँ बी ए कर रही हैं।” गर्वित स्वर में जवाब था।

— टीकेश्वर सिन्हा “गब्दीवाला”

टीकेश्वर सिन्हा "गब्दीवाला"

शिक्षक , शासकीय माध्यमिक शाला -- सुरडोंगर. जिला- बालोद (छ.ग.)491230 मोबाईल -- 9753269282.