राजनीति

प्रभु श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 22 जनवरी 2024 

वैश्विक स्तरपर दुनियां के कोने-कोने में बसे मूल भारतीयों की अपने वतन भारत के प्रति आध्यात्मिक आस्था उनके रग रग में समाई है, यही कारण है कि हजारों किलोमीटर सात समंदर पार अपने वतन से दूर रहने के बावजूद वहां अपने देश में विभिन्न भगवानों का मंदिर बनाकर नित्य नियम पूजा पाठ करते हैं, जिसका सटीक उदाहरण हम ब्रिटेन के पीएम द्वारा हिंदू त्योहार मनाने मंदिर जाने और जी-20 के समय भारत आने पर अक्षरधाम मंदिर का दौरा करना इस आस्था की पुष्टि करता है। भारत में दिनांक 22 जनवरी 2024 को प्रस्तावित प्रभु श्री राम मंदिर की संभावित प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन की घोषणा के उपरांत अमेरिका सहित पूरी दुनियां में मूल भारतीयों द्वारा वहां स्थित मंदिरों में तैयारियां शुरू की गई है। अमेरिका के शिकागो के एक समुदाय नेता ने प्रेस में बताया कि, यह सपने सच होने जैसा है। वीएचपी ऑफ अमेरिका इन समारोहों में शामिल होने, हजार से अधिक मंदिरों और व्यक्तियों की भागीदारी की सुविधा के लिए वेबसाइट भी लॉन्च कर दी है। यह जानकारी अमेरिका के डॉक्टर साहब ने दी जो 22 जनवरी 2024 के मंदिर उद्घाटन समारोह में अमेरिकी अतिथियों में से एक है।चूंकि मंदिर उद्घाटन की तिथि घोषित की गई है, श्रद्धालियों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई है और वीवीआईपी आमंत्रण में माननीय प्रधानमंत्री राष्ट्रपति से लेकर तमाम नेता शामिल होंगे, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, भारत अमेरिका सहित पूरी दुनियां में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन धार्मिक रैलीयां दीप वंदन सहित अनेक कार्यक्रम कर देश खुशी मनाएगा। 

साथियों बात अगर हम प्रभु श्री राम मंदिर अयोध्या के उद्घाटन की करें तो, मीडिया में अयोध्या जिला प्रशासन की जानकारी आई कि, 22 जनवरी 2023 को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सात हजार से ज्यादा वीवीआईपी और वीआईपी को आमंत्रित किया गया हैइनमें पीएम और राष्ट्रपति से लेकर कई बड़े नेता शामिल हैं।वहीं, देश के 4 हज़ार दिग्गज संतों के अलावा फिल्मी सितारे, क्रिकेटर्स और समाज के तमाम गणमान्य लोग भी कार्यक्रम में शरीक होंगे। 22 जनवरी को मंदिर प्रांगण में दोपहर दो बजे तक प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। इसका मतलब यह होगा कि 22 जनवरी को दोपहर दो बजे के बाद कोई भी मंदिर के दर्शन नहीं कर पाएगा। दरअसल, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत 15 जनवरी से 24 जनवरी तक विशेष अनुष्ठान होगा। वहीं, 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसके चलते आम श्रद्धालु 20 जनवरी से तीन दिन तक रामलला के दर्शन नहीं कर पाएंगे। बता दें कि यह व्यवस्था सिर्फ आम लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी राज्यों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और राजदूत आदि के लिए भी रहेगी। दरअसल, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपील की है कि राज्यपालो, मुख्यमंत्री और राजदूत जैसे प्रोटोकॉल वीवीआईपी प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अयोध्या न आएं। 

साथियों बात कर हम जनता के दर्शन और प्रशासकीयएडवाइजरी की करें तो, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान पीएम मुख्य अतिथि होंगे, उनके अलावा यूपी के सीएम, गवर्नर और संघ प्रमुख भी इस अनुष्ठान में मौजूद रहेंगे। ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन मंदिर परिसर में मौजूद वीआईपी ही रामलला के दर्शन कर सकेंगे। आम लोगों के लिए इस दिन साक्षात दर्शन की व्यवस्था नहीं की गई है। आम जनता से अपील की गई है कि वह प्राण प्रतिष्ठा के दिन सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक अपने गांव-शहर, मोहल्ले और कॉलोनी के किसी भी मंदिर में एकजुट होकर भजन कीर्तन करें। साथ ही, टीवी या यूट्यूब आदि पर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम लाइव देखें।बता दें कि आम जनता के लिए राम मंदिर के द्वार 25 जनवरी से खुल जाएंगे। हालांकि, मंदिर के दर्शन के लिए लोगों को पहचान संबंधित अपने दस्तावेज लेकर जाने होंगे। इन दस्तावेजों की लिस्ट में आधार कार्ड को पहले नंबर पर रखा गया है. इसके अलावा देशभर में संघ के 45 प्रांतों में रहने वालों को भी राम मंदिर दर्शन का न्यौता भेजा गया है। इसके तहत रोजाना 25 हजार लोग 45 दिन तक रामलला के दर्शन करेंगे, जिनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से की जाएगी। बता दें कि इनमें वे लोग शामिल होंगे, जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में हिस्सा लिया था या जिन्होंने राम मंदिर धन संग्रह में कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया थाश्रद्धालुओं के लिए एडवायजरी भी जारी की गई है अयोध्या रेंज के आईजी का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की जा रही है, लेकिन इसके बारे में सभी जानकारी साझा नहीं की जा सकती हैं। हम श्रद्धालुओं के लिए सूचनाएं लगातार जारी कर रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए कई तरह के प्रतिबंध भी लगाए जा रहे हैं, जिनकी जानकारी समय-समय पर दी जाएगी। हालांकि, यह बात खासतौर पर ध्यान रखी जाएगी कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो। 

साथियों बात अगर हम प्रभु श्री राम के मुख्य निवास स्थान की करें तो, रामलला अपने मुख्य निवास स्थल पर विराजेंगे अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी  ने कहा कि संपूर्ण विश्व के आराध्य प्रभु श्री राम अपने वास्तविक निवास स्थल पर 22 जनवरी को विराजेंगे। यह प्रमुख तिथि हम सभी सनातनियों के लिए अत्यंत हर्ष और भावुक करने वाला पल होगा, इसी की खुशी में 15 जनवरी से 30 जनवरी तक न केवल अयोध्या में बल्कि काशी सहित देश के अन्य शहरों में भी अनेक धार्मिक आयोजन, अनुष्ठान, दीपोत्सव व राम नाम का संकीर्तन किया जाएगा उन्होंने कहा कि धर्मनगरी काशी और अयोध्या में अटूट रिश्ता है, काशी भगवान शिव की नगरी है और अयोध्या प्रभु राम की, इसलिए 22 जनवरी को हो रहे प्रभु श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में काशी से भी अनेक धर्माचार्य विद्वान उत्साह के साथ अयोध्या पहुंचेंगे और काशी में भी हर घर दीप जलाए जाएंगे। तिथि अनुसार खरमास चल रहा है। खरमास 15 जनवरी को समाप्त हो रहा है जिसके बाद राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े धार्मिक अनुष्ठान, आयोजन और अन्य कार्यक्रम शुरू कर दिए जाएंगे।

साथियों बात अगर हम अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर को जानने की करें तो,  राम जन्मभूमि क्षेत्र में 2.7 एकड़ में राम मंदिर बन रहा है। ये तीन मंजिला होगा और इसकी ऊंचाई 162 फीट होगी। मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान से नक्काशीदार पत्थर लाए गए हैं। मंदिर के चारों ओर आठ एकड़ की परिधि में 48 फीट ऊंची प्राचीर भी बनाई जा रही है। मंदिर परिसर में राम मंदिर के अलावा छह और मंदिर बनाए जा रहे हैं। सिंह द्वार से राम मंदिर में प्रवेश करने से पहले पूर्वी दिशा में एक मुख्य द्वार होगा, जहां से श्रद्धालु परिसर में आएंगे। मुख्य द्वार के बगल में ही निकास द्वार भी बनाया जा रहा है। इसके अलावा एक सुरंग भी बन रही है, जहां से भी भक्त आ और जा सकेंगे। प्राण प्रतिष्ठा से पहले परिसर का मुख्य द्वार बन जाएगा।मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार सिंह द्वार होगा। राम मंदिर में कुल 392 पिलर होंगे। गर्भगृह में 160 और ऊपरी तल में 132 खंभे होंगे। मंदिर में 12 द्वार होंगे। इन्हें सागौन की लकड़ी से बनाया जा रहा है। सिंह द्वार के जरिए जैसे ही मंदिर में प्रवेश करेंगे, सामने आपको नृत्य मंडप, रंग मंडप और गूढ़ मंडप भी दिखेगा। मंदिर परिसर में सूर्य देवता, भगवान विष्णु और पंचदेव मंदिर भी बन रहा है। 

साथियों बात अगर हम अमेरिका में 22 जनवरी 2024 को प्रस्तावित उद्घाटन कर जश्न मनाने की करें तो,  अमेरिका में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग अगले महीने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का जश्न मनाने के लिए अपने घरों में पांच दीये जलाने की योजना बना रहे हैं। अमेरिकी हिंदू समुदाय इस मौके पर कई कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे, जिसमें विभिन्न शहरों में कार रैलियां आयोजित करना, भव्य उद्घाटन समारोह की सीधा प्रसारण करना तथा सामुदायिक सभा आदि शामिल हैं।शिकागो के हिंदू समुदाय नेता ने प्रेस को बताया, यह हम सभी के लिए एक सपने के सच होने जैसा है। हमने अपने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि हम यह दिन देख पाएंगे। वह क्षण आ गया है। यह अयोध्या में राम मंदिर (उद्घाटन) का जश्न मनाने का समय है। अगले साल 22 जनवरी को उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए मंदिर अधिकारियों द्वारा आमंत्रित लोगों में से एक डॉ  ने कहा कि बड़ी संख्या में हिंदू अमेरिकियों ने राम जन्मभूमि आंदोलन में भाग लिया था।विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका (वीएचपीए ने इन समारोहों में एक हज़ार से अधिक मंदिरों और व्यक्तियों की भागीदारी की सुविधा के लिए एक वेबसाइट लॉन्च की है। यह संस्था यहां समारोहों का नेतृत्व कर रही है। वीएचपीए ने सभी हिंदू अमेरिकियों से मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मनाने के लिए अपने घरों में कम से कम पांच दीये जलाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, हिंदू अमेरिकियों के बीच अभूतपूर्व उत्साहहै। बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकी इस ऐतिहासिक समारोह का हिस्सा बनने के लिए अयोध्या जाना चाहते हैं। 

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विशेषण करें तो हम पाएंगे कि प्रभु श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 22 जनवरी 2024 पर विशेष।भारत अमेरिका सहित पूरी दुनियां में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर हर घर दिए जलाए जाएंगे।भारत अमेरिका सहित पूरी दुनियां में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन धार्मिक रैली, दीप वंदन सहित अनेक कार्यक्रम कर देश खुशी मनाएगा।

— किशन सनमुखदास भावनानी 

*किशन भावनानी

कर विशेषज्ञ एड., गोंदिया