प्रतिभा
कौशल और हुनर हमें ढूंढता है,
तो ज़माने की दस्तूर याद आती है।
इस ताकत से,
निकली हुई आवाज में,
उम्मीद दिखाई देती है।
यही रचनात्मकता व अनुकूलन शीलता है,
सम्मान और प्रतिष्ठा से,
हमेशा घुलामिला दिखता है।
यही बुलन्दी है,
सम्पन्नता और सुकून देने वाली ताकत है,
पहली कतार में खड़े होकर,
सम्मान पाने की हिदायत है।
प्रतिभा को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है,
उन्नयन और उत्साह से भरपूर,
कर के इसे सम्मान दिया जा सकता है।
यही शास्वत संस्कार है,
प्रगति होगी ज़रूर,
मजबूती से हांथ पकड़ कर,
हमें देना होगा,
सम्मान का नाम ही नहीं बल्कि उचित सत्कार।
नवीन प्रयास है,
सम्मान और पुरस्कार दिलाने का स्पष्ट संकेत है,
सब कहते हैं,
एक उत्कृष्ट आभार है।
प्रतिभा को नजरंदाज करने वाले,
छोटे पर्दे पर नज़र आते हैं।
सम्मान से सम्मानित करने वाले,
हमेशा उम्मीद संग,
उन्नत परवरिश करने वाले सटीक गुणवत्ता से पूर्ण,आचरण रखने वाले,
महात्म्य की बात करते हुए,
सम्बन्धों को लंबे समय तक,
जिन्दा रख पाते हैं।
उम्मीद बनाएं रखने में,
सबसे खूबसूरत उपहार है। सहयोगी बनकर यहां पर खरा उतरने में,
इस ताकत से बनते रहते दिखते हैं,
सम्पन्नता से लबालब,
सम्पूर्ण अवतार है।
— डॉ. अशोक, पटना