वैचारिक भिन्नता
वैचारिक भिन्नता
सदा बनती है कारण
रिश्तों में टकराव का
जीवन में अलगाव का
और लिख देती है
भाग्य में
एकाकीपन !!
रमा वर्मा…………
वैचारिक भिन्नता
सदा बनती है कारण
रिश्तों में टकराव का
जीवन में अलगाव का
और लिख देती है
भाग्य में
एकाकीपन !!
रमा वर्मा…………
Comments are closed.
अति सुंदर प्रस्तुति.