राजनीतिक कुचेष्टा
यह ‘मानव बम’ एक महिला थी। ममता बरसानेवाली एक महिला क्या इतनी क्रूरतम भी हो सकती है भला? किसी देश में किसी देश के धर्म / जाति / समुदाय वाले बस जाय, तो उसे किस देश के प्रति स्वामीभक्ति दिखानी चाहिए ! क्या जिनका नमक खा रहे हो, उनका ऋण अदा करोगे ? परंतु जिन्होंने प्रसव – पीड़ा की दंश झेली और दूध स्तन से निचोड़कर पिलाई जो, उनके प्रति भक्ति – अनुराग नहीं है क्या? एक महिला ने पति खोई, तो एक किशोर और एक किशोरी ने पिता को। किसी राजनीतिक कुचेष्टा के सरोकार भी यह घटना किसी भी स्थिति में जायज नहीं है?