कचरा
स्टाइलिश और आधुनिक लिबासों में सजे धजे लोग पार्टी की शोभा बढ़ा रहे थे।
नित्या को देखते ही मिसेज ज़फ़र मुंह बिचकाते बोलीं, “भई, अपने अपने पतियों को संभाल कर रखो, कहीं कोई तलाकशुदा तितली उन्हें उड़ा न ले जाए।”
कुटिल हंसी का गुब्बारा नारी गरिमा को तार तार करने के लिए काफी था।
“मिसेज ज़फ़र, लिबास के साथ साथ सोच भी अपडेट कर लीजिए। दिमाग का कचरा साफ हो जाएगा।” कह आत्मविश्वासी और स्वाभिमानी नित्या पोडियम की तरफ़ बढ़ चली ।
अंजु गुप्ता