विकास
आओ हम विकास करें
सीढ़ी पर पीछे अपने आने वाले को लात मार के
जो हो आगाड़ी हमसें
टांग खेंच उसकी
उसे पछाड़ दें
साम दाम दंड से
नैतिकता भूलके
ईमान को बेच के
एक ही उद्देश्य रहे
हमें निरन्तर बढ़ना है आगे
हर हाल में
क़त्ल करना हो किसी का
बेहिचक कर दीजिये
क्योंकि हमें तो आगे बढ़ना और आगे