वह कौन
चमचमाता सितारा कैसे यकायक
गर्दिश में खो जाता है
दिन का उजाला कैसे रातों में बदल जाता है
कौन है वो
जो यह कर रहा
यह तो पक्का है कि वो आदम नही
यह आदम के वश की बात नहीं
गर होता यह आदम के वश में
तो वोह सूरज को छुपने नही देता
तारे को टूट कर
धरती पे गिरने न देता
करता मनमानी
इस धरती को दोजख बना देता
जरूर ही यह किसी
ऐसी ताकत का खेल है
जो बनाए रखना चाहती है
एक व्यवस्था