कब तक हिन्दुस्तानी खून बहायेगा
आंतक की गोली सें कब तक खून बहेगा, हर हिन्दुस्तानी कब तक आंतकी का दर्द सहेगा, कायरता दिखलाते हो पीठ
Read Moreआंतक की गोली सें कब तक खून बहेगा, हर हिन्दुस्तानी कब तक आंतकी का दर्द सहेगा, कायरता दिखलाते हो पीठ
Read Moreमै बंसत की बेला हूं, पतझड़ सा कठोर बहती पवन हूं पलको पर बिखरा सपनो वाला मन हूं, दो आंसू
Read Moreबात बडे़ लोग की हो तब बाते करना अच्छा लगता और सुनना भी, कल मंच से बडे़ ताकतवर लोगो की
Read Moreनीर पथ पर बिखरा था खामोश लोग निकलने लगे कदम ना ठहराया किसी ने बस देखकर अंजान होने लगे, पथ
Read Moreगुरू जाईके सबके उनके दुआरें केहू आज गईल केहू काल समईल, बहुते आज काल करत जीवन कट गईल, ना कुछ
Read Moreचुनाव चल रहा है अच्छे वादे दिख रहे होगें लोग बिक रहे होगें, भाषण पिलाया जा रहा झूठे कसमे खाया
Read Moreसुबह उठकर परसाई साहब के तस्वीर को धूलमुक्त किया, अचानक नजर तस्वीर पर गई कितने मासूमियत भरे निगाह मुस्कुरा रहे
Read Moreवो युवा से खुद की तकदीर लिये खुले मंच पर चढ़कर बोले, जिता दो भईया हमको बदल देगें रूख हवा
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