बेटी की फ़रियाद पिता से
वो है बरगद की छाया सी लगती ईश्वर की माया सी हर कदम तुम्हारे साथ चले जैसे चंदा सँग रात
Read Moreवो है बरगद की छाया सी लगती ईश्वर की माया सी हर कदम तुम्हारे साथ चले जैसे चंदा सँग रात
Read Moreमोदी, योगी नाम दो, जन-जन तारणहार देश बनाते स्वर्ग सम, देते ख़ुशी अपार॥ हिन्दी विकसित हो रही,विकसित हर परिवेश ऐसे
Read Moreमहक गया है कोना -कोना अब मन मंदिर के आँगन का दिल की हर इक कली खिली जो लगा महीना
Read Moreतारों में माँ रहने दो मुझको मुझको अब न जमीं पर आना है इस दुनियाँ में मेरी कद्र न रही
Read Moreसाधना करने लगी हूँ , बन गयी हूँ साधिका कृष्ण तुमको मान बैठी मैं बनी हूँ राधिका, भाव मन के
Read Moreमैं प्रेम भरी एक बदली हूँ मुझको वृंदावन जाना है बरसूँगी नित बरसाना में जिसके कण-कण में कान्हा है, अंबर
Read More