ज्ञान खजाना
पुस्तक से हो मैत्री, हैं वह ज्ञान खजाना। साहित्यिक कृतियों का, अनुपम काव्य तराना। कला कुशलता पाएं, ज्ञानी शिल्प रचाएं।
Read Moreपुस्तक से हो मैत्री, हैं वह ज्ञान खजाना। साहित्यिक कृतियों का, अनुपम काव्य तराना। कला कुशलता पाएं, ज्ञानी शिल्प रचाएं।
Read More“माँ, छोटा कब से रोये जा रहा है। लो इसे।” “अरी बडकी, संभाल उसे। मुझे काम पर जाना है। देर
Read Moreझूले ऊँचा-नीचा, कर्मों का ये खेला। हिय हो शुभ भावों का, निर्मल मंगल मेला।। जीवन पावन धारा, धर्म-कर्म भंडारा। मानवता
Read Moreअस्त्र, युद्ध विनाशकारी, जीव सृष्टी विध्वंसकारी, शस्त्र मीठी मुस्कान का, जीवन का प्रेम पुजारी।। रोते को हौले से हंसा देती,
Read Moreहिन्दी प्रियतम भाषा, बोले भारत वासी। वाणी मीठी जानो, निज अभिमान सुहासी। जैसे देशी घी की, खुशबू मन को भाये।
Read Moreसुमी चाहे घरेलू सहायिका थी, अपने बच्चे अनूप को स्वयंसिद्ध बनाया था सुमी ने। अनुशासित जीवन था उसका। सुबह परम
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