लघुकथा *चंचल जैन 22/12/202422/12/2024 0 Comments शुगर लेवल ” बीबी जी, खानें में क्या बनेगा आज? छुट्टी का दिन है। वडा पाव, कचोरी, दही भल्ला बना दूं या Read More
संस्मरण *चंचल जैन 20/12/202420/12/2024 0 Comments माँ ऐसे तो माँ की याद हरपल आती है , लेकिन कंपकंपाती ठंड में माँ की बहुत याद आती है। छोटे Read More
कविता *चंचल जैन 20/12/202420/12/2024 0 Comments कन्यादान नवयौवना की मात-पिता को हो रही चिंता, अभिशाप है गरीबी, योग्य वर कैसे पाये पिता? मेहंदी रचाकर, महावर लगाकर दुल्हन Read More
कुण्डली/छंद *चंचल जैन 20/12/202420/12/2024 0 Comments मनहरण छंद घर आँगन की कली, प्रेम स्नेह से है पली, दमकेगी दीपज्योति, आलोकित कीजिए।। बोल बोले मीठे-मीठे, अमृत सा रस घोले, Read More
कुण्डली/छंद *चंचल जैन 20/12/202420/12/2024 0 Comments दोहावली १) खुशहाली, सुख चैन हो, संयम, स्नेह मिठास। प्रेम बंध परिवार में, मेरा वहीं निवास।। २) सत्यार्थी क्रन्दित हुआ, मन में Read More
मुक्तक/दोहा *चंचल जैन 12/12/202413/12/2024 0 Comments दोहा 1)तितली प्यारी सोहनी, सुंदर उसके रंग।बिना गिला छेडो नहीं, बदलो अपना ढंग।। 2)कूके कोयलिया मधुर, मीठा स्वर निनाद।पके आम देखो Read More
कुण्डली/छंद *चंचल जैन 08/12/202408/12/2024 रोला छंद छोटी सी हो बात, बतंगड़ नहीं बनाना। कोई झोला छाप, सीख दे, हो न फ़साना।। लोग तमाशा देख, मजा लेते Read More
कुण्डली/छंद *चंचल जैन 08/12/202408/12/2024 मनहरण छंद साजन हमराह हो, सावन की फुहार हो, जीवन में प्रेम रस, बूंद-बूंद भरिए।। मीत प्रियतम साथ, ऊँचा-नीचा भले पथ, कंटक Read More
कुण्डली/छंद *चंचल जैन 05/12/202405/12/2024 दोहावली 1) छोटी-छोटी गलतियां, होता घोर विनाश। ग्रंथ महाभारत कहे, बुरा लोभ मद पाश।। 2) धर त्रिशूल सबला बनो, दो पापी Read More
कहानी *चंचल जैन 05/12/202405/12/2024 मातृभाषा हिन्दी का हो गुणगान ” प्रिया, मैं शाम को देर से आऊंगा।”” हम सब मित्र आज फ्रेंडशिप डे मना रहे हैं।”” मैं भी आ Read More