वाणी मीठी हो मृदुल!
वाणी हो सदा मिश्री घुली-सी, वाणी न हो कड़वी करेले-सी, वाणी मीठी हो मृदुल, मधुरिम, वाणी सत्यार्थी, सुर-लय सरगम।। वाणी
Read Moreवाणी हो सदा मिश्री घुली-सी, वाणी न हो कड़वी करेले-सी, वाणी मीठी हो मृदुल, मधुरिम, वाणी सत्यार्थी, सुर-लय सरगम।। वाणी
Read Moreआंखों में सतरंगे सपने सुनहरे, सबल मैं, बुलंद हैं हौसले मेरे।। सतत अभ्यास, अथक प्रयास, श्रमसाफल्य से जीत का विश्वास।।
Read Moreरुमझुम-रुमझुम पायल छनकाती, खनखन-खनखन कंगना खनकाती।। छुई-मुई सी, चली सुहासिनी मतवाली, प्यारी, दुलारी बिटिया रानी अलबेली।। नटखट, नेह सागर भर-भर
Read Moreरूमक-झुमक आओ माता रानी, आओ जगदंबे, महिषासुर मर्दिनी, पूजा-अर्चना, करुं विधिवत प्रार्थना, जगत कल्याणी, माँ शक्तिदायिनी।। माँ अति कठोर हो
Read Moreसुरमई संगीत से समां सुहाना हो गया था। जगह-जगह ‘वन्य जीव सप्ताह’ के उपलक्ष्य में बैनर, गुब्बारे, सजावट से जंगल
Read Moreप्रदूषित जल, वायु, प्रकृति, पर्यावरण, मन, आचार-विचार, कुसंस्कार दूषण, प्रदूषण मुक्त, निर्मल हो सकल संसार, मानवता भावना, होगा जीवन कल्याण।।
Read Moreहार हो, या जीत हो, हौसला बुलंद हो, कोशिश हो दुबारा, जीत की झंकार हो।। राहों में होंगे कंटीले शूल,
Read More