राजनीति

मोदी की उपलब्धि और राहुल के उवाच का प्रभाव

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार को जनादेश मिला। यह तय हुआ कि मोदी की विश्वसनीयता और लोकप्रियता शिखर पर है। पूरा विपक्ष मिल कर भी वहां तक पहुचने की फिलहाल कल्पना नहीं कर सकता। ऐसा भी नहीं विपक्षी दिग्गजों को इसका अहसास नहीं था। इसीलिए उन्होंने अपनी नाकामी छिपाने के लिए […]

राजनीति

घिसे पिटे मुद्दों के सहारे प्रियंका

कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषण, भाषा, शैली के चलते स्वयं को हल्का बना लिया है। उनकी बातों में अध्यक्ष पद की गरिमा का नितांत अभाव है। वह प्रधानमंत्री के लिए अमर्यादित व सड़क छाप नारे लगवाते है। खुद पेरोल पर है। राफेल सौदे पर उनके पास कोई तथ्य नहीं ,फिर भी हंगामा जारी है। यही […]

सामाजिक

समस्याओं का समाज जीवन के अनुरूप समाधान

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है। संगठित शक्ति के बल पर यह भारत को परम वैभव के पद पर आसीन करने की दिशा में सक्रिय है। इस धेय्यमार्ग में पड़ने वाली बाधाओं के निराकरण का भी प्रयास किया जाता है। इसीलिए देश के समक्ष उपस्थित संकटों पर इसकी बैठकों में […]

राजनीति

राम नाईक के बेमिसाल चार साल

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक ने चरैवेति चरैवेति शीर्षक से अपने संस्मरण लिखे हैं। वस्तुतः यह उनका निजी जीवन दर्शन भी है, जिस पर उन्होंने सदैव अमल किया है। यही कारण है कि उन्होंने राजभवन के प्रति प्रचलित मान्यता को बदल दिया। चार वर्ष का उनका कार्यकाल चरैवेति चरैवेति को ही रेखांकित करता है। संविधान […]

राजनीति

प्रगति पथ पर मोदी और योगी की साझा यात्रा

उत्तर प्रदेश का व्यापार सुगमता में दो पायदान आगे बढ़ना, नोयडा में सैमसंग का सबसे बड़ा निवेश, लखनऊ में उद्यमिता समिट, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन कुछ ही दिनों की दास्तान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास के जिस मॉडल के पक्षधर रहे है, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ उस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे है। कुछ […]

राजनीति

विश्व कल्याण की योग-कामना

संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने जिस ऐतिहासिक समर्थन से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को स्वीकार किया था, वह राष्ट्रीय गौरव का विषय था। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भारत की महान धरोहर के प्रति विश्व की सहमति है। विश्व में  योग लगातार लोकप्रिय हो रहा है। लोगों को इसमें अपना हित नजर आ रहा है। अमेरिका , […]

कविता

कविता : पिता-पर्वत

पिता पर्वत समान जहाँ मिलता है सुखद विश्राम। वह रोक लेते है अपने ऊपर प्रतिकूल आंधी और तूफान। मिलता है सहज संरक्षण तपिश में  वर्षा जल की  शीतल  बूंदे दूर रहता है संताप।।       पिता -पर्वत समान।। पिता के जाते ही अदृश्य हो जाता है  प्रकृति का यह वरदान नहीं दिखाई देता है, […]

राजनीति

महान थे महाराणा प्रताप

महाराणा प्रताप ने आजादी के लिए संघर्ष किया।  इसके लिए सर्वश्व न्योछावर करने का उनमें जज्बा था। राष्ट्रीय स्वाभिमान से समझौता उन्हें मंजूर नहीं था। इसी के साथ उनका नैतिक बल भी बेजोड़ था। यही वह तथ्य है जिनके बाल पर महाराणा भारतीय इतिहास के महान शासक माने जाते है। वह न केवल महान थे […]

राजनीति

संघ के राष्ट्रवाद में समरसता का भाव

पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने नागपुर में  उदार व शाश्वत भारतीय चिंतन से प्रेरित विचार व्यक्त किये। इस चिन्तन के अभाव में उन लक्ष्यों को प्राप्त ही नहीं किया जा सकता, जिसका उल्लेख किया गया। उन्होंने पंथनिरपेक्षता ,राष्ट्रवाद, बहुलवादी समाज, सहिष्णुता जैसे शब्दों की चर्चा की। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी ऐसे ही समाज और […]

राजनीति

प. बंगाल में भाजपा के विस्तार का निहितार्थ

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी कांग्रेस व वामपंथी पार्टियां एक ही धरातल पर है। इन सबका एजेंडा एक है। इनकी धर्मनिरपेक्षता एक जैसी है। भाजपा को रोकने की इनकी मानसिकता भी समान है। इनके द्वारा बनाई गई यही जमीन भाजपा के लिए अनुकूल साबित हो रही है। मतलब अनेक दलों का नकारात्मक […]