कविता

वह घर स्वर्ग होता है जहाँ होती हैं बेटियां

हर चुनौती करे हंस के स्वीकार वो होती है बेटियां, माँ-बाप के हर सांस का अहसास करे वो होती है बेटियाँ, गांव की पगडंडियों की डगर घर की तरफ मुड़ी रहती हैं, बेटियां कहीं भी रहे माँ बाप से जुड़ी रहती हैं। बेटियां घर की “परी” है कोयल सी उसकी बोली, बेटियाँ है जिस घर […]

कविता

देवदूतों को प्रणाम

सभी मिलकर प्रशंसा करें उनकी, जो खेल रहे है अपनी जान में! कर रहें है देश सेवा, लगातार ये मुस्किल हाल में!! परेशान है घर में सभी, कर्तव्य पथ पर है डटे! देश की  सेवा के लिए कभी पीछे नहीं हटे!! ये संकट के घड़ी में, सभी योद्धा कर्मवीर सन्नद्ध है! महामारी कोरोना से जंग […]