चामर छंद, तोणक, शक्वरी छंद…..
?????? कृष्ण को सदैव राधिका रही पुकारती। तृष्ण को सुने न कृष्ण राह थी बुहारती। पीर है बढ़ी चली
Read More?????? कृष्ण को सदैव राधिका रही पुकारती। तृष्ण को सुने न कृष्ण राह थी बुहारती। पीर है बढ़ी चली
Read Moreगाय हमारी माता है ये, बच्चा बच्चा गाता है। आज वहीं उस मातृभूमि पर, माँ को काटा जाता है। जिसका
Read Moreतुझ पे दिल हारकर दिखाना है। नाम लब पर तेरा सजाना है । मेरे सागर नदी बनूं तेरी । सिलसिला
Read Moreबिन तुम्हारे जिंदगी परिहास है। शेष अब तो आस ही बस आस है। भेजते थे तुम कभी जो खत हमें
Read Moreधन्य हुआ शिवनेर दुर्ग था, धन्य हुई भारत माता। जन्म लिये जब वीर शिवाजी, धन्य हुई जीजा माता। लालन-पालन किया
Read Moreकभी अहसास से मेरे तिरे अहसास मिल जाते । दिये जो जख्म हैं दिल पर उन्हें तुम काश सिल
Read Moreतुमसे मिल के जाना। जीवन ये मधुवन । था पहले बेगाना । हर शाम सुहानी है। साथ मिला जबसे
Read Moreतुम साँस की चलन हो दिल की तुम्ही हो धड़कन । मेरा वजूद तुमसे तुम हो हमारा जीवन । तुम
Read Moreवाणी पाणिनि शारदे, भर दो मन विश्वास । शीश किये नत हूँ खड़ी, टूट न जाए आस ।। टूट न
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