संगत का असर.
चोरी की नीयत से एक चोर राजा के महल में प्रवेश कर गया, उसे खबर थी की महारानी सोने से
Read Moreचोरी की नीयत से एक चोर राजा के महल में प्रवेश कर गया, उसे खबर थी की महारानी सोने से
Read More‘नमन’ सभी दिवंगत आत्माओं को जो वंश में अग्रज हमारे पूर्वज रहे । हमें सदा मनोहर ज्ञान की सीख दी
Read Moreउठाना खुद ही पड़ता है यहाँ टूटा बदन अपना, जब तक साँस चलती है कोई कन्धा नहीं मिलता जला कर
Read Moreकल शाम, मैं गुमसुम सा, अपने घर के अन्दर बैठा था , अचानक दरवाजे पर दस्तक हुई, कुछ शोर
Read Moreप्रकाश फैलाउंगा हम जल कर भी रौशनी फैलाते रहे , इसलिए लोग हमको जलाते रहे , मेरे जलने को किसी
Read Moreआओ मेरे कान्हा आओ, आपने ही तो गीता में उपदेश दिया है… आत्मा अजर है, अमर है आत्मा कभी नहीं
Read Moreकरना था जिन्हे मिल कर सब काम, ग़रीब के निवाले के लिए, वह सब कहीं मस्जिद और कहीं शिवाले के
Read Moreकल शाम, मैं गुमसुम सा, अपने घर के अन्दर बैठा था , अचानक दरवाजे पर दस्तक हुई, कुछ शोर सा
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