करवा चौथ पर एक हास्य कविता
करवा चौथ पर एक हास्य कविता वैसे तो यह पति नाम का प्राणी होता है बड़ा तुच्छ, पर करवा चौथ
Read Moreकरवा चौथ पर एक हास्य कविता वैसे तो यह पति नाम का प्राणी होता है बड़ा तुच्छ, पर करवा चौथ
Read Moreहर एक मुस्कराहट चेहरे की, मुस्कान नहीं होती, प्यार हो या दिल्लगी कभी भी, अनजान नहीं होती, आंसू आँखों में आते हैं , गम में भी और ख़ुशी में भी, पर हर इंसान को इन आंसूंओ की पहचान नहीं होती, कभी पानी का एक कतरा भी प्यास को नसीब नहीं, कभी रिमझिम बरसते पानी की परवाह नही होती, जिसका दिल खुद एक बहता हुआ दया का दरया हो, उसकी की हुई मदद , किसी पे अहसान नहीं होती, ज़िंदगी की राहों में दुःख भी आते हैं
Read Moreमेरे भाई अरविन्द कुमार की एक अन्य कविता आकाश मे सूर्य प्रज्वलित रहे हमेशा पूरी तीव्रता के साथ, ताप और
Read Moreआ गए शुभ नवरात्रे भक्तो माँ के दरबार में आओ, पाकर माँ का आशीष, अपना जीवन सफल बनाओ, आओ भक्तों
Read Moreपहले चलती थी पैसेंजर ट्रेन- आवाज आती थी, गाड़ी चलेगी तो पहुंचेगें, फिर आई एक्सप्रेस ट्रेन- यात्री बोले, गाड़ी
Read More(इस बार अपने छोटे भाई अरविन्द की लेखनी से निकली एक कविता प्रस्तुत है.) सफलता का आधार परिश्रम परिश्रम और सिर्फ
Read Moreप्यार महके ज़िन्दगी, में प्रभु से मेरी प्रार्थ्रना है , प्यार सच्चा हो तो यह, उम्र भर की साधना है,
Read Moreगर्व से कहो हम हिन्दु हैं गर्व से कहो हम हिन्दु हैं सभ्यता और संस्कृति के— हम ही केंद्र बिंदु हैं–गर्व से कहो हम हिन्दु
Read Moreइन आंसूओं की अब इस जमाने में ‘कद्र’ नहीं होती, पर इन आँखों को भी छलके बिना, ‘सब्र’ नहीं होती,
Read Moreआ जाओ कान्हा, अब तो आ जाओ, हर एक सुदामा , गरीब बेचारा, फिरता देखो मारा मारा , कहीं नहीं कोई
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