मुक्तक : योग दिवस
योग दिवस के मुद्दे पर मोदी ने, योग कराया दुनिया को, रामदेव की कपालभांति से, अवगत कराया दुनिया को। शीर्षासन
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Read Moreभारत सदैव ही, एक विकसित देश है, जिसकी की रज-रज मे मानवता का समावेश है | विश्व बंधुत्व जहाँ धर्म
Read Moreबचपन की बात बस, बचपने से सीखिए, युवावस्था, आये बुढापा, बचपन ना जाने दीजिये। बचपन की मासूमियत, मुख पर बरकरार
Read Moreअकुलित हो रहा गर्भ मे कोई गीत है अंग करते हैं किलोल गर्भ मे कोई गीत है मन प्रफुल्लित हो
Read Moreकंकरीट के जंगल से, धरती पर बोझ बढ़ाया है, वृक्ष धरा से काट- काट, बंजर इसे बनाया है। निज स्वार्थ
Read Moreनये दौर के इस युग में, सब कुछ उल्टा दिखता है, महँगी रोटी सस्ता मानव, गली गली में बिकता है।
Read Moreघर- आँगन, गली- गली में, शोर हो गया, माँ कहती है जल्दी उठ, अब भोर हो गया। चिड़ियाँ चहक
Read Moreकाल खंड को मापने के लिए जिस यन्त्र का उपयोग किया जाता है उसे काल निर्णय, काल निर्देशिका या कलेंडर
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