हास्य गीतिका
वो सूखी लीद तुम अपने तबेले से हटा लेना। जहाँतक हो सके सब गंद चादर की छुड़ा लेना। तुम्हारे घर
Read Moreवो सूखी लीद तुम अपने तबेले से हटा लेना। जहाँतक हो सके सब गंद चादर की छुड़ा लेना। तुम्हारे घर
Read More१. अखबार सुबह-सुबह आता अखबार सबके मन भाता अखबार दुनियाभर की खबर बताता दिल भी बहलाता अखबार २. डोरबेल जैसे
Read Moreधूल उड़ी फिर समरांगन की, भारतमाता रही पुकार। भगवाबाना धारो वीरों, चलों चलें हम शस्त्रागार॥ गुंजित हो जिनके आँगन में,
Read More(1) प्यासी धरती/ खग दुखित रोते/ बढ़ती भूख। मिटते प्राणी/ है चकित नाहर/ घटा रसूख॥ (2) गिरे सितारे/ घट गई
Read Moreएक सच्चा मच्छर कभी डेंगू-चिकनगुनिया नहीं फैलाता बल्कि वो तो हमारा रक्त चूसकर स्वयं में घुलाते हुए हमसे निकटतम संबंध
Read More1. नाना नाना आते लिए मिठाई देते हमको चॉकलेट लेकर जाते संग घुमाने और दिलाते टॉय जेट 2. नानी नानी
Read Moreसबने बहुत समझाया लेकिन झक्कू भाई न माने और उस पाकिस्तानी लड़की फसीना से शादी कर ही ली। सबकुछ खुशी-खुशी
Read Moreभारत मेरी पहचान है, मेरी आन है, मेरी शान है मिलजुल सदा हमसब रहें, सुर से मिला सुर को कहें
Read Moreआचार्य संजीव सलिल आचार्य संजीव वर्मा ‘सलिल’ नें नागरिक अभियंत्रण में त्रिवर्षीय डिप्लोमा, बी.ई., एम.आई.ई., अर्थशास्त्र तथा दर्शनशास्त्र में एम.ए.,
Read More