हास्य व्यंग्य

जेनेटिक इफेक्ट (हास्य)

सबने बहुत समझाया लेकिन झक्कू भाई न माने और उस पाकिस्तानी लड़की फसीना से शादी कर ही ली। सबकुछ खुशी-खुशी चल रहा था। सालभर बाद उनके घर एक चाँद से बेटे ने जन्म लिया। जब वो स्कूल जाने लगा तो एकदिन झक्कू भाई अपने दरवाजेपर उदास बैठे मिले। पड़ोसी ने पूछा

“क्या झक्कू, सब ठीक है न?”

झक्कू बोला

“हाँ भैया, अच्छा ही है, बस बेटे के कारण जरा सा परेशान हूँ। वो जब भी हमसे नाराज होता है तो घर के किसी कोने में सुतली बम फोड़ आता है”

*कुमार गौरव अजीतेन्दु

शिक्षा - स्नातक, कार्यक्षेत्र - स्वतंत्र लेखन, साहित्य लिखने-पढने में रुचि, एक एकल हाइकु संकलन "मुक्त उड़ान", चार संयुक्त कविता संकलन "पावनी, त्रिसुगंधि, काव्यशाला व काव्यसुगंध" तथा एक संयुक्त लघुकथा संकलन "सृजन सागर" प्रकाशित, इसके अलावा नियमित रूप से विभिन्न प्रिंट और अंतरजाल पत्र-पत्रिकाओंपर रचनाओं का प्रकाशन