मादक द्रव्यों का सेवन व नशा व्यक्ति, देश व समाज का प्रबल शत्रु
ओ३म् आज बहुत से मनुष्य अनेक कारणों से नशीले वा मादक पदार्थों का सेवन करते हैं। यह एक मनोवैज्ञानिक रोग
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Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द महाभारतकाल के बाद उत्पन्न महापुरुषों में सत्यज्ञान व उसके प्रचार व प्रसार के कार्यों को करने
Read Moreओ३म् क्या ईश्वर की उपासना की जानी साहिये? ईश्वर है या नहीं, यदि है तो कैसा है, उसका स्वरुप
Read Moreओ३म् मूर्तिपूजा से तात्पर्य ईश्वर की वैदिक शास्त्रों के अनुसार पूजा, ध्यान व स्तुति-प्रार्थना-उपासना न कर एक कल्पित पाषाण
Read Moreओ३म् हम परस्पर जब किसी से मिलते हैं तो परिचय रूप में अपना नाम व अपनी शैक्षिक योग्यता सहित
Read Moreओ३म् आज 31 जुलाई, 2016 को देश के गौरव को अक्षुण रखने वाले अमर बलिदानी वीर ऊधम सिंह जी
Read Moreओ३म् मनुष्यों की समस्त जनसंख्या इस भूगोल के प्रायः सभी व अनेक भागों में बस्ती है। सारी जनसंख्या आस्तिक
Read Moreओ३म् संसार में लोग उचित व अनुचित कार्य करते हैं। अनुचित काम करने वालों को सामाजिक नियमों के अनुसार
Read Moreओ३म् कल हमने श्री नगेन्द्रनाथ चट्टोपाध्याय जी लिखित ऋषि दयानन्द के बंगला जीवन चरित के हिन्दी अनुवाद का आरम्भिक
Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द के अनेक विद्वानों द्वारा रचित बृहत्त जीवन चरितों में प्रमुख जीवन चरित पं. लेखराम रचित है
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