कायाकल्प
लाल जोड़े में सजी धजी लाल चूड़ा हाथों में था खनकता चेहरे पे खुशी की लाली लिए आयी थी बन
Read Moreआज खिलखिलाती हूँ बिखेर मुस्कानें अपनी होंठ भी हँस पड़ते हैं आज जब उदास होती हूँ बिखर जाती है नमी
Read Moreबचपन से बड़े होने तक हम सभी ने लैला मजनू हीर रांझा, सोनी महिवाल के किस्से सुने, पड़े और फिल्मों
Read Moreजब जब गहराते हैं काले बादल गुबार के जब जब होते हैं धमाके बमबारी, मिसाल गोला बारी के जब जब
Read Moreबेहद विचलित करता है ये सवाल अक्सर आखिर कैसी जीवन शैली है ये आखिर कैसे एक हंसती, खेलती , चलती
Read More