कहानी

गर्भनाल

बैंड बाजे के शोर में कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। हर कोई एक दूसरे से बात करते हुए ऐसे चीख रहा था जैसे पुराने लैंड लाइन पर एस टी डी कॉल पर बात हो रही हो। मंडप सज कर तैयार हो चुका था। नंदोई जी हलवाइयों को मेनू समझा रहे थे। ननद रानी […]