/ भाषा /
अलग है मेरी भाषा तुम्हारी भाषा से, अलग है दुनिया में मनुष्यों की भाषा कई रूप हैं भाषा के, पुस्तक
Read Moreतरीका है वह जीने का! सभी सीखने लगे हैं, हाय रे! हर बात पर सिर हिलाते हाँ, हाँ कर स्वर
Read Moreहे प्यारे नन्हा मुन्ना ! यह कभी भूल न जाना अमित बल है तुम्हारे अंदर ढ़क लो, ढक लो तुम
Read Moreवह गायब है कूकना भूल गयी है वह पेड़ों में खेतों में वन – उपवनों में दिल से निकली उस
Read Moreकभी – कभी जीवन में बरसात आती है आगे के कदम बढ़ने नहीं देती डरावनी गर्जना होती है चारों ओर
Read Moreजानते हो तुम ! ” जय भीम ” क्या है? भीम कौन हैं? भीम कोई देवता नहीं ममता – समता
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