गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 10/01/2023 ग़ज़ल चला रवि रथ बढ़ा यह ही नया अवसर मुबारक हो मुबारक हो मुबारक हो, नया वत्सर मुबारक हो चहचहाते हुये Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 16/12/2022 ग़ज़ल आज भेद कोई न खुलने दो यारो किसी भी तरह दिल न जलने दो यारो चले दूर मंज़िल अभी तो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 13/12/2022 ग़ज़ल अभी इश्क़ ये नया – नया है, अभी सुनो झुक पलक रही है अभी नशीले लगे नज़ारे, लबों से मय Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 21/11/2022 ग़ज़ल मुहब्बत से भरी बातें, यही दिल जानता गिला – शिकवा सभी करना, यही तो ठानता सब है कभी बर्बाद हो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 30/10/2022 ग़ज़ल देख वह आज ध्यान देता है प्यार सम्मान देख देता है बंधनों में रखे नहीं मुझको मुक्त वह तो उड़ान Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 19/10/2022 ग़ज़ल वही पास आना अभी चाहते हैं कहा यह मिली अब उन्हें राहतें हैं चले राह में तो लगे ये कठिन Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 19/10/202219/10/2022 ग़ज़ल सुनो सौभाग्य की यह बात हमने सुनायी अब किसी को चाँद है भाया किसी को रात भायी है बड़ी ही Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 19/09/2022 ग़ज़ल आज मेहरबान ही करतार है नाम जिसने ले लिया भव पार है देख कोई कुछ बिगाड़ेगा नहीं झेल लो यह Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 05/08/2022 ग़ज़ल ये कहानी बड़ी पुरानी है कथ्य में यह बड़ी सुहानी है चाँदनी बोलती नहीं अब तो जो कहे आज मुँहज़ुबानी Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 05/07/2022 ग़ज़ल नज़र की तल्खियाँ देखीं पिघलना आ गया मुझको लगी जो चोट दिल पर तो सँभलना आ गया मुझको ग़मों ने Read More