फ्लेट नम्बर 303
रात होने आई, छोटू घर नहीं पहुंचा तो पिता रामू चिंतित हो दोस्तों से पूछ रहा था तो मालूम हुआ
Read Moreरात होने आई, छोटू घर नहीं पहुंचा तो पिता रामू चिंतित हो दोस्तों से पूछ रहा था तो मालूम हुआ
Read More” मोहित तुम्हारी मैम ने कैंटीन के लिए बीस रुपए मंगाये थे, तुमने क्या किया बेटा ?” स्मिता ने पूछा
Read Moreपहली बार उसके दिल में खूबसूरत अहसास का स्पंदन हुआ , बहुत खुश हुई कि उसे वह अपनापन महसूस हो
Read Moreनये साल की वह पहली सुबह जैसे बर्फानी पानी में नहा कर आई थी ।10 बज चुके थे पर सूर्यदेव
Read Moreऊषा जिदंगी के पचास बसंत देख चुकी थी, कभी उसने किसी से कोई शिकायत नहीं की , बच्चों को अच्छे
Read Moreइलाहाबाद के मोतीलाल नेहरू नेशनल इंजीनियरिंग इंस्टीटयूट सरकारी कॉलेज के कम्प्यूटर विभाग में, सहायक प्रोफेसर पद पर कार्यरत पतिदेव को
Read More” ये आपकी सोच नहीं हो सकती , जितना मैंने आपको पढा है , आप नकारात्मक सोच वाली रचनाकार नहीं
Read More“शिवम, शालिनी काम ही क्या करती है ? थोडा बहुत काम कर कमरे में आराम फरमाती है, बडे बाप की
Read More