अहसान
“मैं इस आदमी की कुछ नहीं लगती,सुना आपने !.और ये रिश्ते की दुहाई देना बंद कीजिए आप मुझे।” स्वरा, जिसके
Read Moreहर बार पापा तनख्वाह लाकर छोटी को दे देते और कहते जाओ भगवान जी को छुआकर प्रणाम कर लेना। वो
Read Moreदो जहान में पिसती है दहलीज जब लाँघती है रिवाजों,रस्मों की बेड़ियां अपने पैरों में बाँधती है छुट जाता है
Read Moreमेरी माँ मर गई है,उसे शमशान तक सजा-धजाकर ले जाने की तो सामर्थ्य नहीं है मुझमें,आखिर क्या करूँ..? जो इस
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