गजल
हौसले टूट जाया करते हैं, फिर भी रिश्ते निभाया करते है। ये जो दीमक हैं, मेरे अपने हैं, मेरा हीं
Read Moreतुम ही जानो कितनी सांसें, हमने साथ बिताई है । जीवन की तपती दुपहरिया , देहरी संग छुपाई है। बदरा
Read Moreकोई प्यार करे, कोई नफरत करे, किसी को कहाँ फर्क पड़ता है। सबको निज सफर पर चलना है, ख्याल गलती
Read Moreसुबह की चाय चौकड़ी में एक खास व्यक्ति का इंतजार करते देख मुझे बड़ी अजीब सा लगता ,पर मैं कभी
Read Moreजागो , कब-तक जागोगे , मुर्दों का शहर न होने दो । जिन्दादिली कायम रखो, खुद पर कहर न होने
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