आकाश
अनंत तक फैला है नीला आकाश, जिसकी विशालता की नहीं कोई थाह। निश्छल, निर्मल ,पवित्र विचार सबसे रखता सम व्यवहार,
Read Moreहिंदी भाषा हमारी मधुर मोहक है सबके दिलों को छू जाती आसानी से बोली और सबको सरलता से समझ आती
Read Moreअंग्रेज जाते जाते चाय की लत हमें लगा गये, अब तो लगता है कि चाय के नाम पर हमें नशा
Read Moreयह विडंबना ही तो है कि हम मान सम्मान की चिंता में दुबले हुए जा रहे हैं, मगर औरों के
Read Moreभाद्रमास तृतीया तिथि को सुहागिनें ही नहीं कुँवारी कन्याएँ भी सोलहो श्रृंगार कर भगवान भोलेनाथ और माँ पार्वती का पूजन
Read Moreजीवन में खुशियां लाना है तो ज्ञान की ज्योति जलाइए अज्ञानता की कालिमा मिटाइए। जो बीत गया सो बीत गया
Read Moreमानव हैं तो मानवीय संवेदना भी अपने में जागृति रखिए, मानवता के धर्म का सदा ही खुद अनुपालन कीजिए ।
Read More