इजाजत
यह विडंबना ही तो है कि हम आप सब जानते मानते हैं फिर भी घमंड में इतराते हैं। यह जाकर
Read Moreकुछ माह पूर्व काफी सोच विचार करने के बाद मैंने सरल, सहज, प्रेरक व्यक्तित्व, वरिष्ठ कवि/गीतकार डा. देवेन्द्र तोमर जी
Read Moreइतना भी खामोश न रहो कि खामोशी भी शरमा जाते, अपना सूरतेहाल ऐसा न बनाओ कि चेहरा देखकर बच्चे डर
Read Moreचैन से बजती रही उसकी बाँसुरी न कोई फ़िक्र न चिंता दीन दुनिया से बेखबर हर दर्द को बाँसुरी
Read Moreआज वो बहुत खुश थी, हो भी क्यों न? पिछले उन्नीस सालों में एक पल के
Read Moreयुवा कवि/साहित्यकार अनुरोध कुमार श्रीवास्तव जी के साहित्य के असीम आकाश में मेरी छोटी सी कोशिश-शायद पसंद आये के भाव
Read Moreन न्याय न अन्याय सब भूल जाइए, किसे फ़िक्र है न्याय अन्याय की सबके अपने चश्मे, अपने स्वार्थ हैं किसको
Read Moreबिस्तर पर करवट बदलते बदलते राजन उनींदी की वजह से परेशान था। ऐसा भी नहीं था कि वह जग रहा
Read Moreहाँ ! मैं कवि हूँ कविता लिखता हूँ, सत्य से दो चार हो शब्दों से लड़ता झगड़ता हूँ, मन में
Read More