साये के आंसू
बिस्तर पर करवट बदलते बदलते राजन उनींदी की वजह से परेशान था। ऐसा भी नहीं था कि वह जग रहा
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Read Moreहाँ ! मैं कवि हूँ कविता लिखता हूँ, सत्य से दो चार हो शब्दों से लड़ता झगड़ता हूँ, मन में
Read Moreहमें देखकर सिर्फ मुस्कुराइए नहीं हम नन्हें नादान है तो क्या हुआ पहले हमें गौर से जी भरकर देखिए
Read Moreआज सुबह से सातवीं बार बिना नंबर के यमराज नाम से काल आ चुकी है। अब तक तो मैं नजर
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