बगुला भगत
देश से गरीबी हटाते हटाते खुद बन बैठे स्वंय का वो धनवान कल तक कानून के डर से भागे
Read Moreताल तलैया सूख गये सारे क्यूं रूठ गई है धरती हमारे क्या हो रहा है ओ भगवान रक्षा करो अब
Read Moreतुमको प्रेम बंधन से है बाँधा कैसे हमें छोड़ चले जाओगे स्नेह की कच्ची धागा है जिसे तोड़ कभी ना
Read Moreआओ जगवाले तुम्हें समझायें रंग विरंगे गुलशन को लगायें प्रेम मोहब्बत के फूल लगायें खुशबू से इस जग को महकायें
Read Moreअनमोल है माँ तेरी माया सुकून देती है ममता की छाया जीवन में पाया तुमसे ये काया पला
Read Moreढुँढ रहा हुँ तुम्हें मैं वन उपवन ख्वाबों में बसी हो बन दुल्हन सामने आ जा अब मेरे सनम क्यूँ
Read Moreगहरी नदिया सागर है गहरा जमाने की नजरों का पहरा कैसे प्रिये तेरी दीदार करूँ प्रेम का कैसे मैं इजहार
Read Moreबुला रही है गॉव की मिट्टी वापस आ जा मेरे परवाज गाँव की मिट्टी में भी है रोटी झाँक कर
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